मेरी दृष्टि में ऋषि दयानन्द और उनके कार्य

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पं० युधिष्ठिर मीमांसक का सम्पूर्ण जीवन ऋषि दयानन्द के ग्रन्थों के अध्ययन सम्पादन – विवेचन और प्रकाशन में बीता है। आपकी अनुभव – परिपुष्ट दृष्टि ने ऋषि दयानन्द और उनके काय्र को किस रुप में देखा, समझा है, इसका विस्तृत निरूपण इस ग्रन्थ में किया गया है।

अप्राप्य