ऋषि दयानन्द की पदप्रयोग शैली

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लेखक – पं० युधिष्ठिर मीमांसक, इसमें ऋषि दयानन्द के यजुर्वेद- भाष्य में प्रयुक्त कतिपय ऐसे शब्दों जिन्हें आधुनिक वैयाकरण अशुध्द मानते हैं, पर पाणिनीय दृष्टि से विचार किया है।