आश्वलायनसूत्रप्रयोगदीपिका

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सम्पादक- ब्र० धर्मवीर विद्यावारिधि । इसमें आश्वलायन श्रौतसूत्रानुसार श्री मञ्चनाचार्य ने श्रौतयागों मे दर्शपूर्णमासेष्टि से लेकर अश्वमेधादि यज्ञों का संस्कृत में विवेचन किया है। परिशिष्ट एवं टिप्पणियों से युक्त ।