अष्टाध्यायीशुक्लयजुः प्रातिशाख्ययोर्मतविमर्श:

200.00

(संस्कृत) – डॉ० विजयपाल विद्यावारिधि विरचित पी० एच० डी० का महत्त्वपूर्ण शोध प्रबन्ध ।