अथर्ववेदीय-दन्त्योष्ठ्यविविध

10.00

अर्थात् अथर्ववेद का चतुर्थ लक्षणग्रन्थ भूमिका तथा टिप्पणी युक्त आर्यभाषानुवाद सहित- सम्पादक- पं० रामगोपाल शास्त्री