जिज्ञासु-रचना-मञ्जरी – (द्वितीयभाग )

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(द्वितीयभाग ) इसमें जिज्ञासु जी के उपलब्ध समस्त लेख व वेदवाणी के लिए विभिन्न समयों पर लिखे गए सम्पादकीय तथा भूमिकाएँ भी संगृहीत हैं।