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वैदिक-निघण्टु-संग्रह सं०

600.00

डॉ० धर्मवीर विद्यावरिधि । इसमें कौत्सव्य और यास्कीय निघण्टु के साथ भास्कर राय विरचित वैदिक कोश, वेंकट माधव कृत आख्यातानुक्रमणी और नामनुक्रमणी भी है। अप्राप्य

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